What is Stock Market in Hindi | शेयर बाजार हिन्दी मे

Stock Market in Hindi: क्या आप जानते है जी स्टॉक मार्केट क्या है? यहाँ इस लेख Stock Market in Hindi में हमने आपसे शेयर बाजार की सभी महत्वपूर्ण बातो की जानकारी आपसे शेयर की है|

Stock Market in Hindi

विभिन्न कारणों से लोगो की रूचि शेयर बाजार में बढ़ रही है और रिकॉर्ड नंबर में लगो अपना Share Market में खाता खुलवाने लगे है| जिससे यह बात पता चलती है की लोगो में फाइनेंस के बारे में जागरूकता भी बढ़ रही है| लेकिन आज भी बहुत से ऐसे लोग है जिन्हें स्टॉक मार्केट क्या है(What is Stock Market in Hindi?) यह पता नहीं है| इसी लिए आज के इस लेख के माध्यम से हम आपसे स्टॉक मार्केट के बारे में सभी महत्वपूर्ण जानकारी शेयर करेंगे जिससे आप स्टॉक मार्केट को अच्छे से समज सके|

इस लेख के माध्यम से हम उन मिथ को भी दूर करेंगे जो की लोगो के बिच काफी प्रचलित है जैसे की “शेयर बाजार पैसे बर्बाद करने और नुकशान करने का साधन है|” और “शेयर बाज़ार एक जुआ है|” हमें आशा है की आपको यहाँ दी गयी जानकारी काफी ज्ञानवर्धक रहेगी| हमारे इस लेख की रुपरेखा कुछ इस प्रकार की होगी|

स्टॉक मार्केट क्या है? What Share Market?

शेयर बाजार वह है जहा शेयर की खरीदी और बिक्री होती है| शेयर का मतलब है हिस्सा/इकाई/ एकम, जो कि किसी कंपनी के एक छोटे हिस्से को रिप्रेजेंट करता है| अगर किसी XYZ कम्पनी है जिसके आपने शेयर ख़रीदे है| अगर कम्पनी के कुल शेयर 100 है और उसमे से आपके पास उस कम्पनी के 7 शेयर है तो आप उस कम्पनी के 7 प्रतिशत हिस्से के मालिक है|

Share Market में आपके पास किसी भी कम्पनी के शेयर होने का सीधा मतलब यह है की आप उतने हिस्से के मालिक है| इस हिस्से के साथ आप कुछ भी कर सकते है जैसे की लम्बे समय तक अपने पास रख सकते है, या इसे बेच भी सकते है| इससे मुनाफा कर आप अपने जीवन को सुखमय बना सकते है, वाहन खरीद सकते है, घर बना सकते है और अपने सपने को पूर्ण कर सकते है|

आप जितने लम्बे समय तक शेयर को अपने पास रख सकते है आपको मुनाफा मिलने का दर उतना ही अधिक होता है| यह एक आसन प्लेटफार्म है जहा आप पैसे को जब आवश्यकता हो या मुनाफा मिल रहा हो तब अपने हिस्से को बेच कर मुनाफा प्राप्त कर सकते है| कभी कभी शेयर की कीमते कम भी हो सकती है लेकिन इन्वेस्ट की समय अवधि को बढ़ा या घटा कर आप अपने नुकशान को कम कर सकते है|

भारत में शेयर के लिए कम्पनी का BSE या NSE में रजिस्ट्रेशन हुआ होना अनिवार्य है| BSE और NSE एक ऐसी संस्था है जिसे शेयर का मूल्य तय होता है| शेयर बाज़ार पर SEBI का नियंत्रण होता है| किसी भी कंपनी को अपने शेयर को निकालना चाहती हो तो उसे SEBI से मंजूरी लेना आवश्यक है| बाद में वह अपने शेयर को निकाल सकती है|

BSE क्या है?

BSE जिसका पूर्णरूप “Bombay Stock Exchange” होता है, जिसका मुख्यालय मुबई में स्थित है| अगर आपका खाता BSE से जुड़ा हुआ होता है तो आप इसमे लिस्टेड सभी कंपनी के शेयर की खरीदी या बिकवाली कर सकते है| लगभग सभी डिस्काउंट ब्रोकर आपका खाता “BSE” और “NSE” दोनों में रजिस्टर करती है जिससे आप दोनों में अपने शेयर को खरीद या बेच सकते है|

NSE क्या है?

NSE का पूर्ण रूप National Stock Exchange है, जिसका मुख्यालय भी मुंबई में ही स्थित है| इसकी स्थापना 1992 हुई थी| इसकी स्थापना करने का मुख्या उद्देश्य था की Indian equity markets में transparency ला ना| अगर आपका खाता NSE से जुड़ा हुआ होता है तो आप इसमे लिस्टेड सभी कंपनी के शेयर की खरीदी या बिकवाली कर सकते है|

Stock Market in hindi share market in hindi

शेयर बाजार के प्रकार Types of Share Market

शेयर बाजार के दो प्रकार होते है|

  1. Primary Market
  2. Secondary Market

Primary Stock Market

Primary Market में कम्पनी या गवर्नमेंट IPO के द्वारा पैसे को इकठ्ठा करती है| यह सार्वजनिक(Public) या खानगी(Privet) प्लेसमेंट के द्वारा हो सकता है|

जब ISSUE का आवंटन(Allotment) 200 से कम लोगों को किया जाता है तब वह ISSUE खानगी(Privet) कहलाता है जब की 200 से अधिक होने पर इसे सार्वजनिक(Public) कहा जाता है| जारी किये गए किसी भी issue की कीमत फिक्स्ड और Book building पर आधारित हो सकती है| यह कम्पनी जो इसे जारी करती है उसी के द्वारा तय किया जाता है| कभी कभी बुक बिल्डिंग के द्वारा तय किया जाता है जिसमे निवेशको के इंटरेस्ट के आधार पर issue की कीमत का पता लगया जा सकता है| [Primary Market के बारे में अधिक पढ़े]

­­­­Secondary stock Market

primary market में ख़रीदे हुए शेयर को secondary market में बेचा जाता है| Primary और Secondary Market के बिच यह तफावत है की Primary Market में कम्पनी ने पहली बार जिस IPO को रिलीज़ किया है उसे ख़रीदा जाता है जब की Secondary Market में इसे बेचा भी जाता है और पुराने शेयर को ख़रीदा भी जाता है|

कम्पनी शेयर क्यों निकालती है और IPO क्या होता है|

कम्पनी अपने हिस्से को जनता को बेचने के लिए शेयर बहार निकालती है| जब भी किसी कम्पनी को अपने विकास और विस्तार के लिए पैसे की जरूरत होती है तो तब वह शेयर को निकालती है|

कंपनी के द्वारा जीस प्रक्रिया से शेयर को निकला जाता है उसे IPO कहा जाता है|

IPO: INITIAL PUBLIC OFFER

Full form of IPO

कंपनी के द्वारा IPO निकाला जाता है जिसे बड़े इन्वेस्टर या हम और आप जैसे लोग अपने इंटरेस्ट के हिसाब से आईपीओ को खरीदते है| शुरूआती समय में जब कम्पनी ने इसे निकालती है तो इसे IPO कहा जाता है लेकिन जब यह सक्सेसफुल होता है तब इसे शेयर कहा जाता है और शेयर बाज़ार में लिस्टेड होता है|

शेयर की बिक्री और खरीद एनएसई (नेशनल स्टॉक एक्सचेंज) और बीएसई (बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज) जो कि भारत की दो प्रमुख स्टॉक एक्सचेंज कम्पनी है| इन दोनों को सेबी (सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया) के द्वारा नियंत्रित किया जाता है|

Stocks या शेयर कैसे खरीद सकते है ?

स्टॉक को खरीदने के किये आपके पास दो आप्शन है जैसे की,

  1. इसे आप खुद खरीद सकते है
  2. किसी ब्रोकर के माध्यम से खरीद सकते है|

इन दोनों में से आसान तरीका है की ब्रोकर के द्वारा ही शेयर को ख़रीदा जाए| ब्रोकर के द्वारा शेयर ख़रीदे जाने पर कई फायदे है जैसे की इससे आपको एक अतिरिक्त सलाहकार मिलता है जो आपको भविष्य के बड़े नुकशान से बचा सकता है और आपको कहा निवेश करना चाहिए उस पर भी अच्छा गाइडेंस भी मिल सकता है| ब्रोकर आपके मुनाफे के हिस्से में से कुछ प्रतिशत पैसे लेते है लेकिन सेफ्टी के चांस इसमे अधिक है|

शेयर बाजार में खरीदी या बिक्री के लिए आपको अपना एक डीमेट अकाउंट(Demat Account) होना आवश्यक है| बाद ने इस Demat Account को आपके बैंक अकाउंट से लिंक कर दिया जाता है और खरीद और बिक्री का सीधा ट्रानजेक्शन सीधे आपके बैंक अकाउंट से होते है|

अगर आपको Share Market के लिए अपना Demat Account चाहिए तो आप निचे दी गयी लिकं पर क्लिक कर सकते है जिसे आसानी से आप अपना Demat Account खोल सकते है| बाद में आप शेयर मार्केट में पैसे इन्वेस्ट कर सकते है|

स्टॉक खरीदने से पहले किन किन बातो का ध्यान रखना चाहिए?

किसी भी स्टॉक को निवेश करना है या उसे खरीदना है तो उस स्टॉक के बारे में कुछ जानकारी और एनालिसिस करना आवश्यक है| स्टॉक का एनालिसिस दो प्रकार से हो सकता है|

  • Fundamental Analysis
  • Technical Analysis

Fundamental Analysis क्या होता है?

फंडामेंटल एनालिसिस में कंपनी के व्यवसाय पर ध्यान दिया जाता है साथ ही उसके प्रॉफिट और लोस, और बैलेंस शीट जैसे विषयो पर ध्यान दिया जाता है| फंडामेंटल एनालिसिस करना थोडा कठिन होता है| अगर आप फंडामेंटल एनालिसिस के बारे में अधिक पढ़ना चाहते है तो यहाँ क्लिक करे |[Fundamental Analysis]

Technical Analysis क्या होता है?

टेक्निकल एनालिसिस(Technical Analysis in Hindi) को आसान भाषा में समझे तो “बाजार में घटने वाली घटनाओं के आधार पर या शेयर के भूतकाल के भाव और वॉल्यूम का एनालिसिस करके भविष्य में शेयर का मूल्य तय करने की एक प्रक्रिया को Technical Analysis कहा जाता है| ” अगर आप Technical एनालिसिस के बारे में अधिक पढ़ना और सीखना चाहते है तो यहाँ क्लीक करे| [Technical Analysis]

ऐसा माना जाता है की Technical Analysis काफी सरल है Fundamental Analysis के मुकाबले| अगर आप इन दो में क्या अंतर है उसे पढ़ना चाहते है तो यहाँ क्लीक करे[Technical vs. Fundamental Analysis]

स्टॉक के एनालिसिस को जानने के बाद स्टॉक के प्रकार को भी जानना आवश्यक है| यहाँ निचे हमने स्टॉक के कितने प्रकार होते है? उसकी जानकारी दी है ?

स्टॉक के कितने प्रकार होते है? | Types of Stock in Hindi

स्टॉक के कई प्रकार होते है और इसे अलग अलग रूप से व्याख्यायित किया जाता है| यहाँ हमने कुछ सर्व सामान्य स्टॉक के नाम दिए है जिसे हम आगे के लेख में समजेंगे|

  1. Blue Chip Stocks
  2. Speculative Stocks
  3. Growth Stocks
  4. Value Stocks
  5. Income Stocks
  6. Penny Stocks
  7. Cyclical Stocks

Nifty क्या है?

निफ्टी(Nifty) एक इंडेक्स है जो की National Stock Exchange के Top 50 स्टॉक को मिलाकNifty भारत के दो प्रमुख stock exchange NSE और BSE मे से National Stock Exchange(NSE) का सूचकांक है| इसे अन्य नाम NIfty Fifty से भी जाना जाता है क्योंकि इसमे 50 कम्पनी के शेयर शामिल होते है जो NSE में registerd है| अभी इसमें 50 कंपनीज शामिल है|

Sensex क्या है?

सेंसेक्स जो की मुख्य रूप से BSE (Bombay Stock Exchange) को दर्शाता था| BSE (Bombay Stock Exchange) की स्थापना 1875 में हुई थी लेकिन उसके पास अपना कोई सूचकआंक नहि था| 1986 में BSE के द्वारा इसे अपनाया गया था|
BSE के अंतर्गत 13 विभिन्न क्षेत्रो की 30 बड़ी कंपनी बड़ी कंपनी आती है| सेंसेक्स उन्ही कम्पनी के स्टॉक को दर्शाता है|

स्टॉक मार्केट में Trading क्या है और उसके प्रकार कितने होते है?

ट्रेडिंग शब्द का अर्थ होता है व्यापार

शेयर बाजार में इसे काफी प्रयोग में लिया जाता है| शेयर बाज़ार(Share Market) के सन्दर्भ में इसकी परिभाषा देखे तो किसी शेयर को खरीद कर कुछ समय रख कर बाद में बेच कर मुनाफा कमाने को ट्रेडिंग कहते है| जब भी कोई शेयर बाज़ार में अपने पैसे को इन्वेस्ट करता है तो उसका मकसद पैसा कमाना ही होता है| जब भी मुनाफा कमाने के लिए स्टॉक को बेचा जाता है उसे ट्रेडिंग कहते है|

ट्रेडिंग के कई प्रकार है लेकिन यहाँ पर हम कुछ काफी फेमस ट्रेडिंग की पद्धति पर ही बात करेंगे|

  1. Intraday Trading
  2. Delivery Trading
  3. Short Sell
  4. Buy Today Sell Tomorrow (BTST)
  5. Margin Trading

Intraday Trading

Intraday Trading को Day Trading के रूप में भी जाना जाता है। इस प्रकार के Trading में, Trader जिस दिन स्टॉक खरीदता है उसी दिन बेचता है। वह एक दिन में किसी भी समय किसी भी stock को खरीदता है और कुछ सेकंड या कुछ घंटों के लिए या Trading session के अंत तक के किसी भी समय स्टॉक को बेच देता है| इस में अनुभवी लोगो की ट्रेडिंग करते है|

Delivery Trading

इस प्रकार के Trading में, Tredar एक लंबे समय तक स्टॉक खरीदता और रखता है। इस ट्रेडिंग में समय हफ्तों या महीनों तक का भी हो सकता है। Delivery Trading में सबसे बड़ी चुनौती बड़े price वेरिएशन वाले शेयरों की पहचान करना है। नए ट्रेडर (Beginners) के लिए यह ट्रेडिंग सिस्टम काफी अच्छी है|

Short Sell Trading

Short Sell एक काफी प्रख्यात Trading नीति है। यहां, Trader शेयरों को बिना ख़रीदे ही बेचता है। दूसरे शब्दों में, Trader पहले स्टॉक बेचता है और फिर बाद में ट्रेडिंग सत्र की समाप्ति से पहले शेयरों को खरीदता है। इस Trading शैली के पीछे तर्क यह है कि व्यापारी बाजार में मंदी होने का अहसास होता है और उसे लगता है की आगे शेयर के भाव में गिरावट आयेगी| इस में अनुभवी लोगो की ट्रेडिंग करते है|

Buy Today Sell Tomorrow (BTST) Trading

इस प्रकार के Trading में, आप आज शेयर को खरीदते हैं और कल शेयर को बेचते हैं। लोग इस उम्मीद में शेयर खरीदते हैं कि अगले दिन इस शेयरकीमत बढ़ जाएगी। अगले दिन जब बाजार खुलता है, तो व्यापारी अपने शेयरों को बेचता है और लाभ कमाता है।

Margin Trading

Margin Trading यह उन Trader के लिए अच्छा है जो जल्दी पैसा बनाने में विश्वास करते हैं। यहां ट्रेडिंग में ट्रेडर एक बार में बहुत सारे छोटे छोटे एसेट्स को खरीदता है|

आप अच्छी तरह से जानते हैं कि आप शेयरों में निवेश करके पैसा कमा सकते हैं। निम्नलिखित ऐसे तरीके हैं जिनके माध्यम से आपका पैसा बढ़ता है।

Stock Market में यहाँ लाभ मिल सकता है

अब हम कुछ ऐसे टर्म को समजते है जो की शेयर बाजार(Share Market) में आपको पैसे कमाकर दे सकते है यह तरीके के माध्यम से शेयर बाजार में पैसे बढ़ते है|

  1. Dividends
  2. Capital Growth
  3. Buyback

Dividends

Dividends एक ऐसा माध्यम है जिसमे कम्पनी जो भी कमाती है उसमे से कुछ प्रतिशत वह अपने शेयर धारको को नकद के रूप में वितरीत करती है| इसमे मुनाफा शेयर की संख्या पर आधारित होता है|

Capital Growth

Capital Growth में जितने अधिक समय के लिए आप निवेश करते है, मुनाफा उतना ही अधिक होता है| इसमे जोखिम भी है लेकिन आपके पास अन्य इनकम के स्त्रोत्र है और आप इसमे लम्बे समय तक पैसे को निवेश करने में सक्षम है तो यह एक बेहतर निवेश का संसाधन बन सकता है|

Buyback

कभी कभी कम्पनी बाजार मूल्य से अधिक मूल्य देकर अपने शेयर को वापिस खरीदती है| कम्पनी ऐसा इसीलिए करती है की, जब वहा अपना मलिकी हिस्सा कम्पनी में बढ़ाना चाहती हो|

“Stocks won’t make you wealthy. Your behavior around stocks makes you wealthy.”

Nick Murray

Share Market के कुछ महत्वपूर्ण टर्म

Face ValueDividend YieldBear Market
Book ValueBrokerageVolume
Moving Avg.Bull MarketLimit Order and Market Order

आज के इस लेख से हमने शेयर बाजार के सन्दर्भ काफी माहिती प्राप्त की जैसे की शेयर बाज़ार क्या है?(what is share market in Hindi? ) शेयर बाजार के प्रकार (Type of sharemarket), शेयर/ स्टॉक के प्रकार, ipo क्या है ? हमें आशा है की आपको हमारी और से दिया गया यह लेख पसंद आएगा|

अगर आपको Share Market के सन्दर्भ कोई भी प्रश्न है तो आप हमें निचे कमेंट के जरिये पुछ सकते है| हमें आपको उत्तर देने में बहुत ही ख़ुशी होगी| अगर यह लेख पसंद आये तो शेयर करे | धन्यवाद

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