Optogenetics in Hindi: क्या आप जानते है की ऑप्टोजेनेटिक्स क्या है?(What is Optogenetics in Hindi) और उसके कितने लाभ हो सकते है| आज के इस लेख के माध्यम से हम आके साथ ऑप्टोजेनेटिक्स(Optogenetics) की जानकारी प्रदान करेंगे|
What is Optogenetics in Hindi?
सबसे पहले 2006 में ऑप्टोजेनेटिक्स(Optogenetics) शब्द सामने आया था| जिसमे ऑप्टो यानी लाइट और जेनेटिक्स मतलब डीएनए होता है| इस तकनीक में लाइट और जेनेटिक्स टेक्नोलॉजी का उपयोग कर अलग अलग समस्याओं का निदान करने पर रिसर्च चल रहा है|
हाल ही में “नेचरमेडिसिन” के द्वारा एक रिसर्च पर लेख प्रस्तुत किया गया है जिसमे उन्होंने कहा है ऑप्टोजेनेटिक्स(Optogenetics) की मदद से अंधे लोगो को आंशिक रूप से देखने योग्य बनाया जा सकता है | ऑप्टोजेनेटिक्स(Optogenetics) मदद से डीएनए में बदलाव कर यह सिद्धि हांसिल की जा सकती है|
ऑप्टोजेनेटिक्स(Optogenetics) कार्य को समजने के लिए उसके दोनों टर्म “ऑप्टो” और “जेनेटिक्स” को अच्छे से समजना पड़ेगा|
ऑप्टो यानी प्रकाश(लाइट)| लाइट के माध्यम से नयूरोंस में बदलाव लाने की तकनीक को इसमे उपयोग किया जाता है जिससे न्युरोंस में उपयोगी बदलाव किया जा सके|
“जेनेटिक्स” यानी DNA सम्बंधित वो शाखा जिसमे अनुवांशिकता और जीवो की विभिन्नता पर अध्ययन किया जाता है|
ऑप्टोजेनेटिक्स(Optogenetics) में ऑप्टिकल तकनीक और जेनेटिकल इंजीनियरिंग के माध्यम से “जिन(DNA) में बदलाव लाया जाएगा, जिससे वह जो प्रोटीन उत्पन करेगा वह “फोटोसेंसेटिव” होने के कारण देखने की क्षमता विकसित की जा सकती है|
How does optogenetics work in Hindi? | ऑप्टोजेनेटिक्स कार्य कैसे करता है?
यह ऑप्टोजेनेटिक्स(Optogenetics) कार्य कैसे करता है उसे एक उदहारण के माध्यम से समजते है|
सबसे पहले जिस भी व्यक्ति पर इस तकनीक का प्रयोग करना होता है उसके जिन में किस हिस्से में समस्या है या कोनसा हिस्सा मौजूद नहीं उसे खोजा जाता है| बाद में उसकी पूर्ति के लिए एक ऐसा ही जिन लैब में बनाया जाता है जिनेटिक्स तकनीक” के माध्यम से|
बाद में इस जिन को एक निष्क्रिय वायरस के माध्यम से शरीर में दाखिल किया जाएगा|
बाद में एक एलेक्ट्रोड़ के लगाया जाता है जिसे ऑप्टिकल फाइबर से जोड़ा जाएगा| ऐक निश्चित वेवलेंथ के प्रकाश के माध्यम से और एलेक्ट्रोड़ के जरिये न्युरोंस को सक्रिय बनाया जाता है|
यह तकनीक के बाद एक ख़ास प्रकार के गॉगल्स के द्वारा अँधा व्यक्ति कुछ कुछ हद तक देख सकता है|
ऑप्टोजेनेटिक्स के माध्यम से किन लोगो का इलाज हो सकेगा?
यह तकनीक जिनेटिक्स पर आधारित है| इस लिए यह तकनीक उन लोगो पर अपनाई जा सकती है जिनकी आँखों की दृष्टि DNA(जिन) में कुछ बदलाव(म्यूटेशन) के कारण गयी हो|
इस तकनीक के माध्यम से जो भी जिन में बदलाव हुआ है उसे रिस्टोर(पुनः स्थापित) किया जाएगा और जिससे उपयोगी फोटो सेंसेटिव प्रोटीन को बनाया जा सके|
अंतिम शब्द
विज्ञान मानव जीवन को सुद्रढ़ और सुगम बनाने का हर संभव प्रयास कर रहा है| जिसमे ऑप्टोजेनेटिक्स(Optogenetics) एक अहम् योगदान हो सकता है| यहाँ पर हमने आपके साथ ऑप्टोजेनेटिक्स(Optogenetics in Hindi) के सन्दर्भ में महत्वपूर्ण जानकारी शेयर की है| हमें आशा है की आपको हमारा यह लेख पसंद आया होगा| अगर आपको इस विषय में कोई भी प्रश्न है तो हमें कमेंट करके पूछ सकते है|
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