Covaxin vs Covishield in Hindi
Covaxin vs Covishield in Hindi: भारत में अभी टीकाकरण(vaccination) की प्रक्रिया तीसरे पड़ाव में चल रही है हाल ही में सरकार के द्वारा 18 वर्ष की आयु से अधिक आयु वाले सभी इस टीकाकरण(vaccination) की प्रक्रिया में हिस्सा ले सकते है ऐसा एलान किया है| भारत में सरकार द्वारा अभी तक दो टिके covaxin और covishield को मान्यता दी गयी है| ऐसे में बहोत से लोगो के मन में यह प्रश्न उठ रहा है की covaxin और covishield में से कोनसा टीका लगाना सही होगा(covaxin or covishield which is better in hindi)| आज के इस लेख में हम आपसे covaxin vs covishield in hindi की जानकारी देंगे जिसमे दोनो टिके के क्या pros है और क्या cons है यह भी बताएँगे|
Who made covaxin vaccine? | covaxin टीका किसने बनाया है?
यह टीका पूर्ण रूप से भारत में बनाया गया है| जिसमे लगने वाली सभी चीजे और बनाने वाले सभी वैज्ञानिक भारतीय है| इसे बनाने में भारत बायोटेक(Bharat BioTech), नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ वायरोलोजी पुणे, और ICMR के सभी चुनिंदा लोगो ने काफी परिक्षण और प्रयत्नों से इस covaxin vaccine को बनाया है|
अभी भारत में हैदराबाद में covaxin vaccine का उत्पादन शुरू है| भारत के पहले और दुसरे टीकाकरण के पड़ाव में इसका भी प्रयोग हुआ है|
Who made Covishield vaccine? | Covishield टीका किसने बनाया है?
यह टीका ऑक्सफ़ोर्ड(Oxford) और AstraZeneca के द्वारा बनाया गया है| भारत में इस टिके का उत्पादन सीरम इंस्टिट्यूट में किया जा रहा है| यह टीका बनाने के लिए कुछ रो मटेरियल को बहार से भी आयात किया जाता है| इसे भारत के अलावा अन्य देशो में भी बनाया जा रहा है|
Covishield टीका भारत में सरकार के द्वारा प्रमाणित है और सरकार के ही इस टीकाकरण के प्रोग्राम में इसे उपयोग में भी लिया जाता है| यह काफी पोपुलर टीका है क्योंकि covaxin के मुकाबले इसका प्रोडक्शन अधिक है|
Covaxin vs Covishield in Hindi
Covaxin | Covishield |
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यह टीका इनएक्टिव कोरोनावायरस से बनाया गया है| इस टिके के माध्यम से हमारे शरीर में इनएक्टिव कोरोनावायरस को डाला जाता है| जिससे हमारा शरीर कोरोना के सामने लड़ने के लिए एंटीबॉडी बनाए| | इस टिके के माध्यम से हमारे शरीर में चिंपांज़ी एडेनोवायरस को मॉडिफाइड करके डाला जाता है| इस वायरस के स्पाइक प्रोटीन covid 19 के स्पाइक प्रोटीन कैरी करेंगे| जिसके सामने हमारा शरीर एंटीबॉडी बनाएगा| |
दो डोज के माध्यम से लेना है| | दो डोज के माध्यम से लेना है| |
दूसरा डोज 4 – 6 सप्ताह के बिच लेना अच्छा है| | दूसरा डोज 6-8 सप्ताह के बीच लेना अच्छा है| |
यह टीका आर्म पर दिया जाता है | यह टीका आर्म पर दिया जाता है |
78% Effective >अर्थात हर 100 में से 78 लोगो के शरीर में एंटीबॉडी बनती है| | 70 से 90 % Effective >अर्थात पहले 100 में से 70 लोगो में एंटीबॉडी बनती थी लेकिन तजा रिसर्च के माध्यम से यह 90 प्रतिशत लोगो में एंटीबॉडी बनाता है| |
400 रुपये प्रति डोज | 300 रुपये प्रति डोज |
Covaxin or Covishield which is better in Hindi
कोन सा टीका अच्छा है और कोनसा कम एफ्फेक्टिव है इसे जानने के लिए काफी रिसर्च और सर्वे के सहारा लेना पड़ता है| अभी हाल ही में Covaxin के टिके पर एक सर्वे किया गया था जिसमे यह पाया गया है की लगभग 100% लोग इस टिके के लेने के बाद corona covid 19 की वजह से मृत्य से बच गए है| मतलब की कुछ लोगो को Covaxin टीका लेने के बाद कोरोना हुआ लेकिन वह मृत्यु से बच गए थे| जब की Covishield के बारे में अभी ऐसी कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है|
नए कोरोना वायरस पर कोनसा टीका ज्यादा असरदार है?
टीका बनाने के बाद ऐसा कई बार होता है की वायरस अपना रूप बदल देता है और एक नया रूप ले लेता है जिससे टीका का प्रभाव उस पर न हो| Covaxin or Covishield यह दोनों टिके पर हाल में ही एक रिसर्च में पाया गया ही “डबल म्युटेंट B1 617” पर काफी असरदार है और दोनो टिके के माध्यम से कोरोना के “डबल म्युटेंट B1 617” को भी न्यूट्रल किया जा सकता है|
Side Effect of Covaxin or Covishield in Hindi
बहोत से लोगो के मन में यह प्रश्न हो रहे है की Covaxin या Covishield को लगाने से कोई साइडइफ़ेक्ट(Side Effect) होगा की नहीं| इस पर हम सब को यह जान लेना चाहिए की कोई भी वैक्सीन हो उसकी थोड़े बहु प्रमाण में बहुत कम समय के लिए साइड देखने को मिलती है जो बाद में सही हो जाती है|
इन टिको Covaxin या Covishield में भी कुछ कुछ प्रमाण में Side Effect देखने को मिलती है| जो अन्य टिको में भी देखने को मिलती है जैसे की थोडा बुखार, या सर दर्द करना|
कोरोना का टीका किसे नहीं लेना चाहिए? | Who should not take Corona vaccine?
पहले शुरुआत में टीका के समय बहोत सी कॉम्प्लिकेशन देखने को मिली थी| जिसमे बहोत से लोगो को “ब्लड क्लॉट” की समस्या हुई थी बाद में एक्सपर्ट के द्वारा और सरकार की गाइडलाइन के द्वारा किन किन को टीका नहीं लगवाना उसकी सूचि निचे दी है| अगर आप भी इन सूचि से सम्बन्ध रखते है तो पहले किसी एक्सपर्ट की सलाह अवश्य ले|
- किसी को भी अगर दवाई से किसी भी प्रकार की एलर्जी है|
- पहले डोज में किसी भी प्रकार की तकलीफ हुई हो तब भी दूसरा डोज न ले
- जिन्होंने कोरोना होने के समय प्लाज्मा थेरेपी का प्रयोग किया हो उसे भी यह नहीं लेनी चाहिए|
FAQ
जी बिलकुल, कोरोना से संक्रमित किसी भी व्यक्ति का इलाज भारत में संभव है| आज तक बहोत से लोग इस वायरस के संक्रमण से भारत में ही दवाई लेकर बचे है| सरकार के द्वारा टीका भी अब उपलब्ध किया गया है|
गरीब व्यक्ति को कोरोना वायरस लग गया हो तो गरीब व्यक्ति अपना इलाज निशुल्क कैसे कराये?
कोई भी व्यक्ति जिसे कोरोनावायरस का संक्रमण हुआ हो उसे नजदीक की स्थानिक सरकारी अस्पताल में ले जाना चाहिए जिससे उसका इलाज मुफ्त में हो सकता है| बहुत सी महानगर पालिकाओं के द्वारा तय की हॉस्पिटल में भी मुफ्त में इसका इलाज संभव है|
इसके इलाज के लिए अभो तक कोई स्पेशल दवाई की खोज नहीं की गयी है लेकिन इसकी वैक्सीन का निर्माण हो चुका है| कई देशो ने अपनी अपनी और से वैक्सीन का निर्माण किया है| भारत में अभी दो वैक्सीन चल रही है जो corona के इलाज में काफी महत्वपूर्ण योगदान दे रही है| लेकिन कोरोना होने के बाद व्यक्ति को विटामिन C, के साथ अन्य symptoms पर आधारित दवाई दी जाती है|
कोरोना का टिका अभी स्थानीय हॉस्पिटल में उपलब्ध है और अगर आपकी उम्र 18 से अधिक है तो आपको CoWIN app पर अपने आपको रजिस्ट्रेशन करने के बाद दो डोज में दिया जाएगा|
कोरोना मरीजों कैसे घर पर इलाज करें?
कोरोना होने के बाद अगर कोई भी लक्षण नहीं है या सेहत अच्छी हे तब इस किस्से में घर पर इलाज करना ही बहेतर होता है| ऐसे में व्यक्ति को नींबू पानी और अन्य जिसमे विटामिन C की मात्र भरपूर हो ऐसे फल खाना चाहिए| कुछ मामूली लक्षणों पर आप PCM या ऐसी कोई दवाई ले सकते है| लेकिन फिर भी किसी डोक्टर की सलाह अवश्य लेनी चाहिए|
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